देश की जनता ने मोदी को कठोर निर्णय लेने के लिए भेजा है : प्रधानमंत्री

जमशेदपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकारों पर अनिर्णय की स्थिति पैदा करने और देश के लिए महत्वपूर्ण मसलों को लटकाये रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की जनता ने उन्हें कठोर निर्णय लेने के लिए चुन कर भेजा है और वह देश हित में बड़े फैसले ले रहे हैं.
मोदी ने चुनावी रैली में कहा, ‘‘आजादी के बाद से ंिहदुस्तान के हर कोने में जम्मू कश्मीर और 370 की चर्चा चल रही थी. संविधान में 370 को अस्थायी लिखा था, लेकिन एक टोली उसे स्थायी बनाने में जुटी थी, कोई उसे हाथ लगाने को तैयार नहीं था, लेकिन देश की जनता ने मोदी को कठोर निर्णय लेने के लिए भेजा है. मैं राजनीति के हिसाब किताब नहीं करता हूं मैं सिर्फ देशनीति को देखता हूं. इसलिए दशकों से लटका 370 खत्म हो सका.’’
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार राम मंदिर के राष्ट्रीय महत्व के इतने बड़े मसले को साजिशन लटकाया गया. उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता हो या फिर मुश्किल फैसले लेने का साहस, ये सिर्फ भाजपा की सरकारों ने करके दिखाया है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने पहले षड्यंत्र करके राम जन्मभूमि मामले को उलझाया, लटकाया और अपनी राजनीति के लिए उसका उपयोग किया. लेकिन आज इतना बड़ा मामला शांति से निपट गया. हर समाज ने उसका स्वागत किया और भाईचारा मजबूत हुआ. यही तो राम जी की ताकत है.’’
भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस, झामुमो ने मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सौदा किया : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने स्वार्थ के लिए, भ्रष्टाचार के लिए झारखंड में मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सौदा कर दिया और राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का यह आलम था कि 15 वर्षों में दस मुख्यमंत्री बदले गये.
मोदी ने यहां चुनावी रैली में कहा, ‘‘कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने अपने स्वार्थ और भ्रष्टाचार के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सौदा कर दिया. उस दौरान यहां क्या-क्या खेल, खेले गए इसकी जानकारी आप सभी को है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘पांच साल पहले तक झारखंड राजनीतिक अस्थिरता के लिए चर्चा में रहता था, लेकिन पहली बार यहां पर पांच साल तक एक सरकार चली अन्यथा सिर्फ 15 साल में झारखंड ने 10 बार मुख्यमंत्रियों को बदलते देखा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गुजरात में 13 साल तक अकेला मुख्यमंत्री रहा. इस स्थिरता का परिणाम है कि आज गुजरात कहां से कहां पहुंच गया है. लेकिन भाजपा ने अस्थिरता के इस दौर पर रोक भी लगाई और पहली बार पांच वर्ष तक एक ही मुख्यमंत्री झारखंड को दिया. इसी स्थिरता का परिणाम है कि नक्सलवाद पर प्रभावी कार्रवाई हो पा रही है और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बन पाया है.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य को देश और दुनिया में पहचान दिलाने का श्रेय आपको और रघुबर दास को है. आज झारखंड की बुलंद पहचान देश और दुनिया में है, लेकिन पांच साल पहले यहां क्या स्थिति थी ? कांग्रेस और झामुमो के राज में यहां से सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार और लूट की खबरें आती थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और झामुमो के अवसरवादी गठबंधन को यहां की स्थिरता रास नहीं आती. इसलिए वे एक अस्थिर व्यवस्था यहां चाहते हैं, एक ऐसी व्यवस्था जिसमें उनका कारोबार फलता-फूलता रहे.
भाजपा आदिवासी हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यहां कहा कि भाजपा आदिवासी हितों की रक्षा करने और आदिवासियों के गौरव को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. मोदी ने खूंटी में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह बातें कही. उन्होंने कहा कि आदिवासियों के जल,जंगल और जमीन के अधिकार पर कोई आंच नही है और न आने दी जाएगी.
बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी नजर केवल यहां के प्राकृतिक संसाधनों के लूट पर है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी झूठ और भ्रम फैला रहें हैं जिससे सावधान रहने की जरूरत है. झारखंड के 19 साल होने पर उन्होंने कहा कि अब अगला पांच साल राज्य के लिए बेहद अहम है और इसमें राज्य को इतना ताकतवर,समृद्ध होना है ताकि वह फिर कभी पीछे मुड़कर नही देखे.
भाजपा सरकार ने नक्सलवाद की कमर तोड़ी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से नक्सलवाद की कमर तोड़ी है, उससे डर का माहौल कम हुआ है. मोदी ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा के चुनावों के लिए दूसरे चरण के मतदान से पूर्व भाजपा के चुनाव प्रचार को गति देते हुए यहां जनसभा में कहा, ‘‘जिस प्रकार भाजपा सरकार ने नक्सलवाद की कमर तोड़ी है उसे बहुत ही छोटे इलाके तक समेट लिया है उससे डर का माहौल कम हुआ है. इससे विकास का माहौल बना है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, 30 नवंबर को निराशा में डूबे हुए लोगों ने, ऐसे लोगों ने जिन्हें झारखंड की जनता नकार चुकी है, पहले चरण के मतदान के समय यहां माहौल खराब करने की बहुत कोशिश की. पूरे देश ने ये देखा है. लेकिन, राज्य के लोगों ने इन कोशिशों को नाकाम कर दिया.’’ उन्होंने दावा किया कि पहले चरण के मतदान के बाद तीसरी बात यह स्पष्ट हुई है कि झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति एक विश्वास की भावना है और वह राज्य में डबल इंजन की सरकार चाहती है. लोगों को पता है कि यहां विकास सिर्फ भाजपा सरकार ही कर सकती है. लोगों ने पिछले पांच वर्षों में केन्द्र और झारखंड में भाजपा की सरकार होने के लाभ देखे हैं.