जहांगीरपुरी में चलाया गया अतिक्रमण रोधी अभियान कानूनी कार्रवाई, धर्म से लेना देना नहीं: भाजपा

नयी दिल्ली/पुणे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को विपक्ष के उन आरोपों का खंडन किया कि राजधानी दिल्ली के जहांगीपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियान से मुसलमानों को निशाना बनाया गया. पार्टी का दावा है कि यह एक कानूनी कार्रवाई थी और इसका किसी धर्म से लेना-देना नहीं था.

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस मामले में विपक्षी दलों की ओर से की जा रही राजनीति दुखद है. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के तहत करीब-करीब हर मुद्दे को धर्म से जोड़ती रही हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भाजपा सरकार का सवाल है, हमारा एक ही मंत्र है और वह है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. मोदी सरकार की हर परियोजना और नीति समावेशी रही है जिसमें जाति, समुदाय ओर धर्म का भेद किए बगैर समाज के सभी वर्गों को शामिल किया गया है.’’ उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विपक्ष के कई नेताओं ने दिल्ली और मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित इलाकों में बुलडोजर चलाए जाने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बुलडोजर से मकान नहीं, बल्कि देश के संविधान को ध्वस्त किया जा रहा है.

राहुल गांधी ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि ‘नफरत के बुलडोजर’ को रोका जाए और उसकी जगह ऊर्जा संयंत्रों को शुरू किया जाए. इससे पहले, उच्चतम न्यायालय ने जहांगीरपुरी इलाके में अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान पर रोक लगा दी. न्यायालय ने दंगों के मुस्लिम आरोपियों के मकानों को तोड़े जाने संबंधी जमीयत उलेमा-ए-ंिहद की याचिका पर संज्ञान लेने के बाद यह आदेश दिया. ज्ञात हो कि जहांगीपुरी में हनुमान जयंती के दिन ंिहसा हुई थी. इसमें आठ पुलिसर्किमयों के अलावा एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था.

‘बुलडोजर’ की कार्रवाई किसी समुदाय विशेष नहीं बल्कि अपराधियों के खिलाफ: आरएसएस नेता

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बुधवार को कहा कि ‘बुलडोजर’ की कार्रवाई किसी समुदाय विशेष नहीं बल्कि अपराध में संलिप्त लोगों के खिलाफ है, जिन्हें सबक सिखाने की जरूरत है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल लोगों के घरों को बुलडोजर द्वारा गिराए जाने की कार्रवाई की बीच संघ नेता का यह बयान सामने आया है.

कुमार ने कहा कि धर्म के नाम पर अपराधियों को पनाह नहीं देने जबकि उन्हें सबक सिखाने की आवश्यकता है ताकि सद्भाव कायम रहे. उन्होंने कहा कि अगर कोई यह कहता है कि बुलडोजर की कार्रवाई मुसलमानों के खिलाफ है तो यह ”घृणास्पद भाषण और संविधान-विरोधी आरोप है.” कुमार ने पुणे में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों से धार्मिक या सांप्रदायिक ंिहसा को काबू करने के लिए दिशा-निर्देश तय करने का आ’’ान किया.

भाजपा शासित कुछ राज्यों में की जा रही ‘बुलडोजर की राजनीति’ और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाये जाने संबंधी आरोपों से जुड़े सवाल पर आरएसएस नेता ने कहा कि कहीं भी यह नहीं माना जा रहा है कि यह कार्रवाई ”असंवैधानिक” है. कुमार ने कहा, ” जो लोग इसे असंवैधानिक करार दे रहे हैं, वे कानून-व्यवस्था के हालात और संविधान के नियमों से अनजान हैं. बुलडोजर की कार्रवाई मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं है. यह उन लोगों के खिलाफ है जो किसी तरह के अपराध में संलिप्त हैं.”

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