सपा विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए आजम और शिवपाल

लखनऊ/रामपुर. उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्यालय में रविवार को बुलाई गई विधायक दल की बैठक में पार्टी विधायक आजम खान और शिवपाल ंिसह यादव शामिल नहीं हुए. सपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों से तथ्यों और तर्कों के साथ जनहित के मुद्दों को उठाने की सीहत दी.

आजम के बैठक में शामिल न होने पर सपा नेताओं ने कहा कि हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह बैठक में शामिल नहीं हो सके. रामपुर से सपा विधायक खान के अलावा उनके बेटे एवं विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल ंिसह यादव भी विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए. अब्दुल्ला आजम रामपुर जिले की स्वार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में विजयी हुये हैं.

सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, ‘आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम कल (सोमवार) सत्र में भाग लेंगे.’’ उन्होंने कहा कि वह (आजम खान) स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके. मेहरोत्रा ने बताया कि सोमवार को आजम खान विधानसभा सदस्य के तौर पर पहले शपथ लेंगे और उसके बाद सत्र में भाग लेंगे. गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ रामपुर में जमीन हड़पने सहित 88 मामले दर्ज हैं और 20 मई को उच्चतम न्यायालय द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरिम जमानत देने के बाद उन्हें सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया था.

खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर अपने सहयोगी (आजम खान) और मुस्लिम समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया था, जिससे समाजवादी पार्टी में दरार की अटकलें तेज हो गई थीं. फसाहत अली खान ने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव जेल में केवल एक बार आजम खान से मिले और पार्टी ने पिछले ढाई साल में उनकी रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया. सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल ंिसह यादव ने भी आरोप लगाया था कि सपा ने आजम खान की लड़ाई ठीक से नहीं लड़ी.

विधानसभा बजट सत्र में निश्चित रूप से हिस्सा लूंगा : आजम खां

भ्रष्टाचार समेत विभिन्न आरोपों में करीब ढाई साल तक जेल में बंद रहने के बाद हाल में जमानत पर रिहा हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खां ने रविवार को कहा कि वह सोमवार को शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लेंगे.

शत्रु संपत्ति से जुड़े एक मुकदमे में जेल में बंद अपने करीबी साथी गुड्डू मसूद से मुलाकात करने रामपुर जिला कारागार गए खां ने वहां से लौटने के बाद संवाददाताओं से बातचीत की. इस दौरान स्वार सीट से सपा विधायक और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी मौजूद थे.
इस सवाल पर कि क्या वह सोमवार को शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लेंगे, खां ने कहा “निश्चित रूप से मैं सत्र में हिस्सा लूंगा. मैं विधानसभा के लिए 11वीं बार चुना गया हूं.” आजम समाजवादी पार्टी से नाराज बताए जाते हैं और उन्होंने रविवार को पार्टी विधानमंडल दल की लखनऊ में हुई बैठक में हिस्सा नहीं लिया. पार्टी के मुताबिक उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस बैठक में शिरकत नहीं की.

सपा से नाराजगी के सवाल पर आजम ने तंज भरी मुस्कान के साथ जवाब दिया, “मैं किसी से नाराज नहीं हूं. मुझे तो नाराजगी की जानकारी आपसे (मीडिया) ही मिल रही है. मेरी किसी से नाराजगी की हैसियत नहीं है. नाराज होने के लिये कोई आधार चाहिये. मैं तो खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आयेगा.” उन्होंने कहा, ”मैं एक गरीब आदमी हूं जो एक ऐसी तंग गली में रहता है, जहां एक भी चार पहिया गाड़ी दाखिल नहीं हो सकती.” पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आरोप लगाया कि उन्हें शिक्षा का आंदोलन शुरू करने की सजा दी गई है.

उन्होंने कहा “मुझे सजा दी गई क्योंकि मैंने बच्चों के हाथ में कलम देना चाहा था. तालीम का मिशन शुरू किया था और मैंने जो यूनिर्विसटी (मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय) कायम की, अगर उसे ढहाया गया तो उसके खंडहर और मलबा मेरे मिशन का इतिहास बयान करेंगे. मैं उच्चतम न्यायालय का शुक्रगुजार हूं कि मुझे जमानत दी.” गौरतलब है कि आजम खां भ्रष्टाचार समेत अनेक अन्य आरोपों में दर्ज 89 मुकदमों में पिछले 27 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे. उच्चतम न्यायालय द्वारा अंतरिम जमानत दिये जाने के बाद वह गत शुक्रवार को जेल से रिहा हुए थे.

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