भाजपा ने राहुल गांधी पर नफरज के बीज बोने का आरोप लगाया

नयी दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में बुडोजर के इस्तेमाल पर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनपर देश की छवि को बदनाम करने और घृणा के बीज बोने के आरोप जड़ दिए.

भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेमलन में ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत केंद्र सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने के बाद जहांगीरपुरी की घटना के संदर्भ में राहुल गांधी के बयान के बारे में पूछे एक गए सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘‘जिनका इतिहास भ्रष्टाचार और दंगों से संबंधित रहा है, उनसे यही उम्मीद की जा सकती है.’’ ठाकुर ने कहा, ‘‘घृणा के बीज बो कर वह देश का कोई भला नहीं कर रहे हैं. वह देश की छवि को धूमिल कर रहे हैं.’’ ज्ञात हो कि राहुल गांधी ने दिल्ली और मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित इलाकों में बुलडोजर चलाए जाने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बुलडोजर से मकान नहीं, बल्कि देश के संविधान को ध्वस्त किया जा रहा है.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि ‘नफरत के बुलडोजर’ को रोका जाए और उसकी जगह ऊर्जा संयंत्रों को शुरू किया जाए.
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पर दंगों को भंड़काने के आरोप लगाए जाने पर भी भाजपा ने पलटवार किया. ठाकुर ने कहा कि यह एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए आतंकवादियों से भी समझौता कर सकती है और इसके तो मुख्यालय पर ही बुलढोजर चला दिया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि राजनीति का मतलब विचारधारा और नीतियों से समाज में बदलाव लाना होता हे लेकिन कुछ लोग इस मानदंड को नीचे गिराने पर तुले हुए हैं. आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा कि इसकी शुरुआत 12 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के साबरमती में की थी और इसके तहत अब तक देश और विदेश में इस साल 18 अप्रैल तक कुल 25,000 कार्याक्रम आयोजित किए गए हैं.

उन्होंने कहा कि इस अवधि में प्रतिदिन औसतन 50 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. उनके मुताबिक इनमें से मंत्रालय और विभागों के द्वारा 8,616 कार्यक्रम अब तक किये जा चुके हैं जबकि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 9,516 कार्यक्रम किये गए हैं. कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि पूर्व की सरकारों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम चुंिनदा लोगों के लिए होते थे.

उन्होंने कहा कि आज सरकार के कार्यक्रमों के केंद्र में वैसे लोग हैं जिन्होंने स्वंतत्रता आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई लेकिन वे गुमनाम रहे. ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने इस आयोजन के जरिए लोगों को देश की संस्कृति और उसकी विरासत से लोगों को जोड़ने का काम किया है.

Related Articles

Back to top button