नौजवानों को सैनिक नहीं, चौकीदार बनाना चाहती है केंद्र सरकार: बघेल

नयी दिल्ली. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीनों सेनाओं में भर्ती की नयी अल्पकालिक ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के सभी नौजवानों को चौकीदार बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ यहां आयोजित कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ में शामिल हुए बघेल ने यह दावा भी किया कि इस योजना से युवाओं का भविष्य, देश की सीमा और सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी.

बघेल ने कहा, ‘’हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने वालों के साथ केंद्र सरकार अपमानजनक व्यवहार कर रही है. इस योजना से युवाओं का भविष्य, देश की सीमा और सुरक्षा खतरे में है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सभी नौजवानों को सैनिक नहीं, चौकीदार बनाना चाहती है.

बघेल ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा, ‘‘महंगाई, बेरोजगारी और राफेल घोटाले के खिलाफ राहुल गांधी ने आवाज उठाई, यही कारण है कि उनकी आवाज को केंद्र सरकार बंद करना चाहती है. भाजपा कांग्रेस को कमजोर करना चाहती है, इसलिए ईडी के माध्यम से राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का एकमात्र उद्देश्य उस आवाज को बंद कर देना है, जो देश के दबे कुचले, शोषित लोगों की आवाज बन गयी है.’’

लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं मोदी और शाह: गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व पर ‘फासीवादी’ होने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं.

उन्होंने ‘अग्निपथ’ योजना और राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ आयोजित कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ में भाग लेते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस के कार्यकर्ता गांधी जी के विचारों के आधार पर सत्याग्रह कर रहे हैं. कहीं आपने पथराव देखा? कहीं आगजनी देखी?’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार के आदेश पर दिल्ली पुलिस अत्याचार कर रही है. पुलिस कांग्रेस के मुख्यालय में घुस गई और कार्यकर्ताओं, पत्रकारों की पिटाई. अगर जिन राज्यों में विपक्ष की सरकारें हैं, इसी तरह का व्यवहार वो सरकारें भाजपा के दफ्तरों में करने लगें, तो फिर क्या स्थिति बनेगी?’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग फसीवादी हैं. मोदी जी, अमित शाह जी और इनका पूरा कुनबा लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं. अगर ये लोकतांत्रिक होते तो राहुल जी को पूछताछ के लिए कभी नहीं बुलाते….सोनिया गांधी जी बीमार हैं और उनको नोटिस दे रहे हैं. कितने बेशर्म लोग हैं.’’ गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा के नेताओं को इससे कोई मतलब नहीं है कि लोग क्या कहेंगे. ये सिर्फ ध्रुवीकरण की राजनीति करना जानते हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने कभी इंदिरा गांधी जी का नाम लिया? इंदिरा जी ने पहला परमाणु विस्फोट किया, पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए, अपनी शहादत दे दी, लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया. ये इंदिरा जी का नाम तक नहीं लेते.’’ गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘आरएसएस और भाजपा के लोगों ने देश में लूट मचा रखी है… कारोबारियों को धमकी देकर चंदा वसूला जा रहा है.’’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ‘अग्निपथ’ के रूप में खतरनाक योजना लेकर आई है.

गहलोत ने अपने भाई अग्रसेन गहलोत के आवास पर सीबीआई की छापेमारी का उल्लेख करते हुए कहा कि जो राजनीति में नहीं है, उसे परेशान करना उचित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार हो और वहां मोदी जी के भाई के खिलाफ इस तरह कार्रवाई की जाए तो क्या ठीक रहेगा? किसी के परिवार का होने की वजह से लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए.’’

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