GST दरों में बदलाव के प्रस्ताव को लेकर केंद्र पर हमलावर कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने राजस्व बढ़ाने के लिए जीएसटी व्यवस्था के तहत कर दरों को युक्तिसंगत बनाने के कथित प्रस्ताव को लेकर रविवार को केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार लोगों, विशेषकर मध्यम वर्ग के प्रति ”छलपूर्वक, संदिग्ध और असहमतिपूर्ण” तरीके से काम कर रही है.

कांग्रेस का यह बयान मीडिया में आई एक खबर के सिलसिले में आया है, जिसमें कहा गया है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संबंधी मुद्दों पर निर्णय करने वाली सर्वोच्च इकाई जीएसटी परिषद ने 143 सामानों पर कर की दरें बढ़ाने को लेकर राज्यों से राय नहीं मांगी है.
खबर में कहा गया है कि इन 143 में से 92 प्रतिशत वस्तुओं को 18 प्रतिशत की दर वाले मद से उठाकर सर्वाधिक 28 प्रतिशत वाले मद में डालने जाने का प्रस्ताव है.

इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु ंिसघवी ने कहा कि ऐसा कुछ करने से आम आदमी पर प्रभाव पड़ेगा, जो पहले से ही परेशान है. साथ ही यह मध्यम वर्ग को भी प्रभावित करेगा, जिसे हर कोई बार बार भूल जाता है.
ंिसघवी ने कहा, “143 वस्तुओं की इस सूची में 92 प्रतिशत वस्तुएं गुड़, ‘पापड़’, हैंडबैग, सूटकेस, 32 इंच से कम आकार के रंगीन टीवी सेट, अखरोट, च्युइंग गम, चॉकलेट और कस्टर्ड पाउडर आदि हैं. मुझे इस पागलपन का कोई तुक नजर नहीं आता. मुझे इन वस्तुओं को उच्च कर वाले मद में डालने का कोई तर्क नहीं दिखता.”

ंिसघवी ने कहा, “आपको इन मुद्दों को प्रासंगिक रूप से देखना होगा, आपको उम्मीद है कि कोविड के अंत की ओर है, लेकिन आप अब भी कोविड से लड़ रहे हैं. आप कोविड को नहीं भूल सकते … आपने उन्हें (लोगों को) 14.5 प्रतिशत वीपीआई (थोक महंगाई दर) की दर से मारा है. आपने उनपर 7.5 प्रतिशत खुदरा महंगाई दर का बोझ डाला है. अब आप 120-125 वस्तुओं को जीएसटी के 28 प्रतिशत के मद में डालने का प्रस्ताव रखकर उन्हें एक और चोट पहुंचाने जा रहे हैं.” उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार “विश्वासघाती, दिशाहीन और भयावह” है. यह “धोखा देने वाली, संदिग्ध और असहमतिपूर्ण तरीके से काम करने वाली” सरकार है.

मोदी के दौरे पर कांग्रेस ने पूछा, क्या जम्मू-कश्मीर के हालात हो गए हैं सामान्य ?

जम्मू-कश्मीर से वर्ष 2019 में अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केंद्रशासित प्रदेश में पहला सार्वजनिक कार्यक्रम हुआ, जिस पर कांग्रेस ने रविवार को सरकार पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या ढाई साल बीतने के बाद वहां के हालात सामान्य हो गए हैं. प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले दो-तीन साल में अनेक विकास पहल की गई हैं और यह केंद्रशासित प्रदेश ‘लोकतंत्र तथा दृढ़संकल्प’ की नयी मिसाल पेश कर रहा है.

यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से जब मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा समर्थन करेंगे अगर कोई ठोस कार्य किया गया हो…जो अच्छा कार्य देश और सभी के लिए हो.’’ सिंघवी ने सवाल किया कि ढाई साल के बाद क्या आप स्थिति को सामान्य कह सकते हैं. उन्होंने कहा,‘‘क्या आवाजाही समान्य हो चुकी है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर पर खुद को बधाई देने में लगी है.

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