कांग्रेस ने आंबेडकर की पहचान दलित नेता तक सीमित की: भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर बी आर आंबेडकर के महत्व को कम करने और उनकी पहचान सिर्फ एक दलित नेता तक सीमित करने का आरोप लगाया. भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार ने आधुनिक भारत को आकार देने में आंबेडकर की भूमिका को पहचाना और उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के संस्थापक होने का श्रेय दिया गया.

आंबेडकर की जयंती के मौके पर सत्तारूढ़ दल ने कहा कि संविधान के निर्माता को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ 1989 में दिया गया जब केंद्र में भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी. उसने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की कोशिशों के चलते ही संसद के केंद्रीय कक्ष में आंबेडकर का चित्र लगाया गया.

भाजपा की संस्थापना के 42 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे ‘सामाजिक न्याय पखवाड़ा’ के तहत प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के महासचिव दुष्यंत गौतम और वीरेंद्र कुमार ने उन विभिन्न पहलों का हवाला दिया जो मोदी सरकार ने आंबेडकर के योगदान को स्वीकार करने के लिए शुरू की हैं.

गौतम ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार द्वारा भीमराव आंबेडकर के योगदान की अनदेखी करने और महत्व को कम करने का हर संभव प्रयास किया गया. कांग्रेस सरकारों ने हमेशा उन्हें दलित नेता कहकर एक सीमित दायरे में सीमित करने की कोशिश की.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके योगदान को वास्तव में भाजपा सरकार ने स्वीकार किया और बाबा साहब से जुड़े पंच-तीर्थों को सरकार ने विकसित किया था.’’ गौतम ने कहा, ‘‘ ये स्थान सामाजिक न्याय और राष्ट्र के प्रति दृढ़ निष्ठा के प्रेरणा केंद्र हैं.’’

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