भ्रष्टाचार के मामले में जांच के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन उसके ‘छोटेपन’ को दर्शाता है: भाजपा

नयी दिल्ली. भाजपा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस अपने भ्रष्टाचार को ‘‘छिपाने’’ के लिए हिंसा की आड़ ले रही है जो उसके ‘‘छोटेपन’’ को दर्शाता है. पार्टी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के ‘‘सत्याग्रह’’ का ‘‘असली सत्य’’ गांधी परिवार के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालना है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिंसा व आगजनी की कुछ घटनाओं से संबंध न होने के बावजूद असहयोग आंदोलन समाप्त कर दिया था, वहीं दूसरी तरफ आज की कांग्रेस है जो भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच का विरोध करी है और ‘‘हिंसात्मक प्रदर्शन’’ पर उतारू है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में लगातार तीसरे दिन बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए. जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही है. पार्टी के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसद, नेता और कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ आज भी विरोध-प्रदर्शन किया. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है.

त्रिवेदी ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और कहा, ‘‘हिंसा की आड़ लेकर भ्रष्टाचार को छुपाने का प्रयास हो रहा है. यह कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व का कितना छोटापन है? यह साफ दिख जाता है कि गांधी के दौर से सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक आते-आते कांग्रेस कितनी छोटी और कितनी बौनी होती चली जा रही है.’’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी न तो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और न ही नेता प्रतिपक्ष हैं तथा वह केवल एक सांसद हैं, ऐसे में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन प्रमाणित करता है कि इस पार्टी में पद और कद दोनों का कोई महत्व नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘ये केवल और केवल परिवार की पार्टी है, यह साबित हो गया है.’’ त्रिवेदी ने सवाल उठाया कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी राज्य सरकारों का कार्य छोड़कर विगत तीन दिन से दिल्ली में क्यों बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘क्या यह उन राज्यों की जनता के साथ धोखा नहीं हैं, जिन्होंने कांग्रेस को लोकतांत्रिक तरीके से चुना था.’’ त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि जिस पार्टी के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ने सरकार में रहते हुए अपने को ही ‘‘भारत रत्न’’ से नवाज दिया, उसी परिवार के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सहयोग से बनी हुई संस्था की सारी संपत्ति और धन अपने को ‘‘अर्पित’’ कर लिया.

ईडी धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज कर रहा है. इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. सोनिया गांधी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्वस्थ हैं और फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं.

अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है, ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके. ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं. कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है.

Related Articles

Back to top button