राजस्थान: दलित लड़के की मौत: कांग्रेस के 12 पार्षदों ने मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेजा

कोटा/जयपुर/नयी दिल्ली/जोधपुर. राजस्थान की बारां नगर परिषद के 12 कांग्रेस पार्षदों ने पार्टी के विधायक पानाचंद मेघवाल का समर्थन करते हुए दलितों पर कथित अत्याचार के विरोध में मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया. जालौर में कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने को लेकर स्कूल शिक्षक द्वारा पीटे जाने से नौ वर्षीय दलित लड़के की मौत के दो दिन बाद बारां-अटरू से विधायक मेघवाल ने सोमवार को गहलोत को अपना इस्तीफा भेजा था.

कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने जालौर रवाना हुए और कहा कि दलित समुदाय का विश्वास जीतने के लिए एक मजबूत संदेश देने की जरूरत है. इस बीच, विधायक के कदम का समर्थन करते हुए बारां नगर निकाय के 25 कांग्रेस पार्षदों में से 12 ने दलितों और वंचित वर्गों के खिलाफ कथित अत्याचार पर नाराजगी व्यक्त की.

वार्ड नंबर 29 के पार्षद योगेंद्र मेहता ने कहा कि उन्होंने विधायक के समर्थन में और दलितों की रक्षा करने में सरकार की विफलता के खिलाफ अपना त्यागपत्र भेजा है. उन्होंने बताया कि जिन अन्य पार्षदों ने इस्तीफा भेजा है उनमें रोहिताश्व सक्सेना, राजाराम मीणा, रेखा मीणा, लीलाधर नागर, हरिराज एरवाल, पीयूष सोनी, उर्वशी मेघवाल, यशवंत यादव, अनवर अली, ज्योति जाटव और मयंक मथोदिया शामिल हैं.

मेहता ने कहा कि वे बुधवार को कोटा संभागीय आयुक्त को अपने त्यागपत्र की प्रतियां सौंपेंगे. इस बीच, कोटा के इटावा नगर निकाय के मनोनीत पार्षद सुरेश महावर ने भी अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेजा है. जालौर रवाना होने से पहले पायलट ने कहा, “ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करने की आवश्यकता है. हमें ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की जरूरत है. केवल कानून, भाषण और कार्रवाई पर्याप्त नहीं हैं. हमें उन्हें एक मजबूत संदेश देना होगा कि हम उनके साथ हैं, ताकि उनमें विश्वास पैदा हो.” कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे के राजनीतिकरण की निंदा करते हुए कहा कि यह अनुचित है, चाहे यह भाजपा द्वारा किया जाए या उनकी अपनी पार्टी द्वारा किया जाए.

इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दलित लड़के के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ममता भूपेश, लोक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव और आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल के साथ डोटासरा जालौर के सुराणा गांव में लड़के के घर पहुंचे. उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता उनकी पार्टी द्वारा दी जाएगी.

दलित छात्र की मौत मामले में एनसीपीसीआर ने राजस्थान सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने स्कूल में पानी का मटका छूने पर नौ साल के दलित छात्र की कथित तौर पर पिटाई से मौत होने के मामले में राजस्थान सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. जिला अधिकारी को भेजे पत्र में एनसीपीसीआर ने कहा कि मामला गंभीर है . साथ ही निकाय ने इसके संबंध में दर्ज प्राथमिकी की प्रति, आरोपी के खिलाफ प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई तथा सात दिन के भीतर पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर रिपोर्ट सौंपने को कहा.

छात्र के मौत प्रकरण में जांच के बाद ही बयान दि­या जाना चाहिए : भाजपा विधायक

दलित छात्र की कथित पिटाई से हुयी मौत के मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा है कि घटना का कारण तो जांच के बाद सामने आएगा. इसके साथ ही उन्­होंने कहा कि इस बात को लेकर संशय है कि छात्र को केवल मेघवाल जाति­ का होने एवं पानी का घड़ा छूने के कारण पीटा गया था.

जालोर के विधायक गर्ग ने कहा कि मामले में पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग अलग-अलग जांच कर रहे है. गर्ग ने कहा, “मैंने ग्रामीणों और अन्य लोगों से बात की है, और उनके अनुसार, इसमें संदेह है कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि लड़का मेघवाल था और उसने घड़े को छुआ था.” साथ ही उन्­होंने कहा,” इसमें कोई शक नहीं कि शिक्षक ने लड़के को पीटा और उसकी मौत हो गई. आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ व जांच की जा रही है. क्या मेघवाल होने और पानी के घड़े को छूने पर उसे पीटा गया था, यह जांच में ही स्पष्ट हो जाएगा और निष्कर्षों के बाद ही बयान दिया जाना चाहिए.”

सिर्फ शब्दों से नहीं होगा दलितों को लाभ, ठोस कदम उठाने होंगे : सचिन पायलट

दलित छात्र की मौत की पृष्ठभूमि में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि दलितों का भरोसा जीतने के लिए ‘कथनी और करनी एक समान रखनी होगी.’ पायलट ने कहा, ‘‘ऐसी घटनाओं की कड़ी ंिनदा करने की आवश्यकता है. हमें ऐसी घटनाओं पर लगाम लगानी होगी. सिर्फ कानून और भाषण पर्याप्त नहीं हैं. उनका भरोसा जीतने के लिए हमें उन तक ठोस संदेश पहंचाने की जरूरत है.’’

उन्होंने कहा, ‘मैं (पीड़ित) परिवार से मिलकर उनका दर्द, दुख बांटने और उन्हें सांत्वना देने जा रहा हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस वक्त, मैं आशा करता हूं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी और जो भी कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, वह की जाएगी.’’ कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे के राजनीतिकरण की ंिनदा की, फिर चाहे यह भाजपा ने किया हो या उनकी अपनी पार्टी ने.

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