जम्मू-कश्मीर में लश्कर के पांच ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी गिरफ्तार

श्रीनगर/बारामूला. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पांच स्थानीय ‘हाइब्रिड’ आतंकवादियों को सोमवार को गिरफ्तार किया. इनमें से दो को श्रीनगर से जबकि तीन को बारामूला जिले से पकड़ा गया. आतंकियों के पास हथियार एवं गोला-बारूद भी बरामद हुआ है. पुलिस ने बताया कि बारामूला से पकड़े गए तीनों आतंकी अप्रैल में बारामूला जिले में हुई एक सरपंच की हत्या में शामिल थे.

‘हाइब्रिड’ आतंकवादी दरअसल आतंकवादियों के रूप में अधिसूचित नहीं होते, लेकिन आतंकी मंसूबों के प्रति सहानुभूति रखते हैं और वे अपने आकाओं द्वारा दिए गए काम के अनुसार लक्षित हमले करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित होते हैं. आतंकवादी वारदात को अंजाम देने के बाद वे सामान्य जीवन जीने लगते हैं और अगला काम मिलने का इंतजार करते हैं. पुलिस के मुताबिक, श्रीनगर में

गिरफ्तार आतंकियों की पहचान आमिर मुश्ताक गनी उर्फ मूसा और अज्लान अल्ताफ भट के रूप में हुई जोकि चानपोरा के निवासी हैं.
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीनगर पुलिस ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा/टीआरएफ के दो स्थानीय हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री, 15 पिस्तौल, 30 मैगजीन और 300 गोलियों समेत कई हथियार व गोला-बारूद बरामद किए गए हैं.’’ टीआरएफ या ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ लश्कर से संबद्ध एक संगठन है.

कुमार ने बताया कि एक मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यह पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है.’’ वहीं, बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रईस मोहम्मद बट ने पत्तन में संवाददाताओं से कहा कि पकड़े गए तीनों आतंकी अप्रैल में बारामूला जिले में हुई एक सरपंच की हत्या में शामिल थे.

उन्होंने कहा, ”आतंकियों ने 15 अप्रैल को पत्तन कस्बे के वुस्सन इलाके में गौसबाग के सरपंच मंजूर अहमद बंगरू की गोली मारकर हत्या कर दी थी.” उन्होंने बताया कि इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया था और एक मुकदमा भी दर्ज किया गया था.

बट ने कहा कि तकनीकी निगरानी और विभिन्न खुफिया सूचनाओं के आधार पर गहन जांच के बाद साजिश का खुलासा हो सका. उन्होंने कहा कि तीन हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जो करीब छह-सात महीने से साजिश रच रहे थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौजूदा मामले का संबंध पलहल्लन राजमार्ग पर पिछले साल हुए ग्रेनेड हमले से भी है. इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता बारथीपोरा का अफजल था. मौजूदा मामले में भी अफजल की संलिप्तता सामने आई है.

बट ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों ने भी अफजल से गोला-बारूद प्राप्त किया था. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों की पहचान नूर मोहम्मद यातू, मोहम्मद रफीक पर्रे और मोहम्मद अकबर पर्रे के रूप में हुई है जो पत्तन स्थित गौसबाग के निवासी हैं. अधिकारी ने बताया कि तीन चीनी पिस्तौल, तीन मैगजीन, दो हथगोले और 32 कारतूस बरामद हुए हैं.

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