जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती, मीडिया के प्रवेश पर रोक

नयी दिल्ली. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अभियान के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों की तैनाती और अवरोधक लगे देखे गये. इलाके में मीडिया के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. यह स्थान शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा का केंद्र रहा था.

इलाके में माहौल तनावपूर्ण है, क्योंकि आमतौर पर चहल-पहल रहने वाले कुशल चौक पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं. सी-ब्लॉक में आवाजाही को सुरक्षा र्किमयों द्वारा नियंत्रित किया गया है, और वहां बड़े पैमाने पर अवरोधक लगाये गये हैं. परीक्षा देने जा रहे बच्चों या स्कूली पोशाक पहने छात्रों को इलाके के अंदर और बाहर जाने की अनुमति है. पुलिस ने ड्रोन से भी निगरानी की.

जहांगीरपुरी में तैनात पुलिस के एक एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘मीडिया को सी-ब्लॉक आवासीय क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है क्योंकि हमें ऐसा करने का आदेश दिया गया है. हम यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए ऐसा कर रहे हैं.’’ बुधवार को, भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बुलडोजर ने अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी में कई ‘‘अवैध’’ ढांचों को ध्वस्त कर दिया, लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद इसे रोक दिया गया.
बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में पुलिसर्किमयों, केंद्रीय बलों और रैपिड एक्शन फोर्स को हिंसा प्रभावित इलाके में पहरेदारी करते देखा गया.

सी-ब्लॉक मस्जिद के पास के रिहायशी इलाकों में, जहां से शनिवार को हिंसा शुरू हुई थी, वहां भी चारों तरफ से अवरोधक लगाये गये हैं.
स्थानीय लोगों ने कहा कि मस्जिद की ओर जाने वाली सड़कों को सुरक्षार्किमयों ने काफी संख्या में अवरोधक लगा कर अवरुद्ध कर दिया है, इसलिए मीडिया सहित कोई भी इलाके में नहीं पहुंच पा रहा है.

बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के अतिक्रमण हटाने के लिए महापौरों को पत्र लिखूंगा: आदेश

भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी में कई ‘‘अवैध’’ ढांचों को ढहाने के एक दिन बाद पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने कहा कि वह पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली के महापौरों को भी उनके क्षेत्रों में ‘‘रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों द्वारा किये गये अवैध अतिक्रमण’’ को जमींदोज करने के लिए, इसी तरह का अभियान चलाने के लिये पत्र लिखेंगे . जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान क्षेत्र में हिंसा भड़कने के बाद गुप्ता ने उत्तर दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखा था, जिसके बाद निगम ने इलाके में अवैध अतिक्रमण को गिराने के लिये एक अभियान चलाया .

हालांकि, उच्चतम न्यायालय के यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश पर डेढ़ घंटे तक चले इस अभियान को रोक दिया गया था.
गुप्ता ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘‘मैं दक्षिण और पूर्वी एमसीडी के महापौरों को वहां रहने वाले बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए भी पत्र लिखने जा रहा हूं.’’ उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि वे जहांगीरपुरी में ‘‘दंगाइयों’’ को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद दोनों समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. इस झड़प के दौरान कम से कम नौ लोग घायल हो गए, जिनमें आठ पुलिसकर्मी थे.
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस और वामपंथी नेता दंगाइयों को खुश करने के लिए जहांगीरपुरी गए हैं. मुझे यह भी पता चला है कि ममता बनर्जी (टीएमसी प्रमुख) भी उनसे मिलने आ रही हैं.’’ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि आप विधायक और पार्षद अपने क्षेत्रों में रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उनका समर्थन कर रहे हैं.

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