‘इन-स्पेस’ का उद्घाटन, प्रधानमंत्री ने भारतीय कंपनियों के अग्रणी भूमिका निभाने की उम्मीद जताई

अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) के मुख्यालय का उद्घाटन किया, जिसकी स्थापना अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए की गई है. अहमदाबाद में उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार की शुरुआत की है और इसे निजी क्षेत्र के लिए खोला है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक नयी अंतरिक्ष नीति बनाने पर काम कर रही है जिससे इस क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी होगी.

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि आईटी क्षेत्र की तरह ही हमारे उद्योग वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाएंगे.’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं निजी क्षेत्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार निरंतर जारी रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी दुनिया में एक बड़ी क्रांति लाने जा रही है. मोदी ने कहा कि पूर्व में अंतरिक्ष क्षेत्र निजी कंपनियों के लिए बंद था क्योंकि वे केवल विक्रेता हो सकते थे, लेकिन उनकी सरकार ने बदलाव लाकर निजी कंपनियों के लिए इस क्षेत्र में विकल्प खोल दिए.

उन्होने कहा, ‘‘बड़े विचार ही केवल बड़े विजेता बना सकते हैं. हमने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार करके सभी बाधाओं को दूर किया.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘इन-स्पेस’ निजी उद्योग को समर्थन देगा और अंतरिक्ष क्षेत्र में विजेता तैयार करने की प्रक्रिया की शुरुआत करेगा. उन्होंने कहा कि ‘इन-स्पेस’ में अंतरिक्ष उद्योग में क्रांति लाने की क्षमता है.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम एक तरह से ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सबसे बड़ी पहचान है. जब इस कार्यक्रम को भारतीय निजी क्षेत्र से मजबूती मिलेगी तो आप कल्पना कर सकते हैं कि यह इसकी शक्ति को कितना बढ़ायेगा.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अतीत में देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में काम करने का अवसर नहीं मिलता था और यह ‘‘हमारा दुर्भाग्य था कि नियमन और पांबदियों के बीच का अंतर भूला दिया गया था.’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय युवा नवोन्मेष, ऊर्जा और भावनाओं से लैस हैं…. उनकी जोखिम उठाने की क्षमता भी बहुत अधिक होती है. ये किसी भी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण तथ्य हैं…. अगर कोई युवा नवोन्मेष करना चाहता है तो क्या हम कह सकते हैं कि यह सिर्फ सरकारी सुविधाओं की मदद से ही हो सकता है…. हालांकि, हमारे देश में कई क्षेत्रों में यही स्थिति थी.’’ मोदी ने कहा कि जब सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार की शुरुआत की तो कुछ लोगों ने इसे लेकर संशय जाहिर किया कि इसे क्या प्रतिक्रिया मिलेगी, लेकिन आज इस क्षेत्र में 60 से अधिक भारतीय निजी कंपनियां हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘ आने वाले समय में दो क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावशाली होंगे, जिनमें अंतरिक्ष और समुद्र शामिल है.’’ उद्घाटन समारोह में ‘इन-स्पेस’ और अंतरिक्ष-आधारित अनुप्रयोगों और सेवाओं के क्षेत्र में काम करने वाली निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर भी किए गए. सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी निवेश और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अंतरिक्ष विभाग के तहत एक स्वतंत्र एजेंसी ‘इन-स्पेस’ की शुरुआत की है. यह एजेंसी निजी क्षेत्र को सेटेलाइट निर्माण, प्रक्षेपण-उपकरण, सेटेलाइट प्रक्षेपण और अंतरिक्ष आधारित सेवाओं को विकसित करने में सहायता प्रदान करेगी.

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