4,5,7,4,4,4,6,1: बुमराह ने ब्रॉड को दिला दी युवराज की ‘याद’, एक ही ओवर में बटोर लिए 35 रन
भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा का कमाल देखने को मिला। दोनों ने शतक लगाकर टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थिति से निकाला। एक वक्त भारत ने 98 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद पंत और जडेजा ने मिलकर 222 रन की साझेदारी निभाई।
Kya yeh Yuvi hai ya Bumrah!?
2007 ki yaad dilaa di.. 😍@YUVSTRONG12 @Jaspritbumrah93 #ENGvIND pic.twitter.com/vv9rvrrO6K
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) July 2, 2022
साझेदारी निभाई।
पंत 111 गेंदों पर 146 रन और जडेजा 194 गेंदों पर 104 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, इन दोनों की पारियों के अलावा एक और भारतीय बल्लेबाज था, जिसने इंग्लिश गेंदबाजों को रुला दिया। यह बल्लेबाज कोई और नहीं, बल्कि इस मैच में टीम इंडिया की कप्तानी कर जसप्रीत बुमराह हैं। बुमराह ने 16 गेंदों पर 31 रन की नाबाद पारी खेली।
भारतीय पारी के 84वें ओवर में बुमराह ने स्टुअर्ट ब्रॉड को रुला दिया। इस ओवर में कुल 35 रन बने, जिसमें से 29 रन बुमराह के बल्ले से निकले, वहीं छह रन एक्स्ट्रा थे। ब्रॉड के इस ओवर ने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप की याद दिला दी, जब युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के लगाए थे। तब भी गेंदबाज ब्रॉड ही थे।
2007 में 36 के 36 रन युवराज के बल्ले से निकले थे। उन्होंने मैदान के हर कोने में छक्के लगाए थे। कुछ वैसा ही हाल भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच में देखने को मिला। बुमराह ने शानदार बल्लेबाजी की और ओवर में चार चौके और दो छक्के लगाए। पांच रन वाइड पर चौके से और ब्रॉड ने एक नो बॉल भी फेंकी। एक ओवर में 35 रन टेस्ट इतिहास में सबसे महंगा ओवर है।
6⃣6⃣6⃣6⃣6⃣6⃣
This day that year !!
19 SEPTEMBER 2007 :@YUVSTRONG12 smashed Six 6s in an over against #England.#ICCT20 #Cricket #WorldCup2007 pic.twitter.com/CC3e3mDQG6— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) September 19, 2019
ब्रॉड से पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका रॉबिन पीटरसन के नाम था। उन्होंने 2003 में जोहानिसबर्ग में 28 रन लुटाए थे। तब उनके सामने वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा थे। बात करें मैच की तो भारत ने 98 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। शुभमन गिल 17 रन, चेतेश्वर पुजारा 13 रन, हनुमा विहारी 20 रन, विराट कोहली 11 रन और श्रेयस अय्यर 15 रन बनाकर आउट हुए।
इसके बाद ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने मिलकर कमाल की पारी खेली और भारत को मुश्किल परिस्थितियों से निकालकर मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 222 रन की साझेदारी निभाई, जो कि इंग्लैंड में छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने पांच विकेट लिए।