स्वतंत्रता दिवस: दिल्ली से लेकर कश्मीर तक सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम

नयी दिल्ली. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत को न सिर्फ तिरंगे से सजाया जा रहा है, बल्कि दिल्ली से लेकर जम्मू कश्मीर तक सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम होगा और यहां लाल किले के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. वहीं सभी राज्यों में पुलिस तंत्र को सतर्क कर दिया गया है, ताकि समारोहों में किसी भी तरह की बाधा न आए.

दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे. दिल्ली पुलिस ने लाल किले के आसपास 10,000 से ज्यादा र्किमयों को तैनात किया है. लाल किले पर प्रवेश द्वारों पर चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली युक्त कैमरों से लेकर बहु स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. साथ में किले के आसपास के इलाकों में इमारतों की छतों पर और संवेदनशील स्थानों पर 400 से ज्यादा पतंगबाजÞों और पतंग पकड़ने वालों को तैनात किया गया है. इसके अलावा लाल किले के पांच किलोमीटर के इलाके को समारोह समाप्त होने तक ‘नो काइट जÞोन‘ (पतंग उड़ाने पर रोक) क्षेत्र घोषित किया गया है.

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने बताया था कि दिल्ली में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 पहले ही लगा दी गई है. पंद्रह अगस्त को लाल किले पर कार्यक्रम समाप्त होने तक कोई भी पतंग, गुब्बारा या चीनी कंदील उड़ाता हुआ पाया गया तो उसे दंडित किया जाएगा. पुलिस ने बताया कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की ड्रोन-रोधी प्रणाली भी स्थापित की गई है.

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है. पुलिस ने सड़कों पर गश्ती बढ़ा दी है और ड्रोन रोधी प्रणाली भी तैनात की गई है. एक अधिकारी के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर कोई खतरे की विशिष्ट सूचना नहीं है, लेकिन महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अप्रिय घटना को रोकने के लिए जांच कर रहे हैं. बुधवार से ‘आॅपरेशन आॅल आउट’ चल रहा है, जिसमें होटलों, वाहनों की जांच करना और सड़क पर नाकेबंदी करना शामिल है. हिस्ट्रीशीटर व अपराधी छवि वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.’’ कश्मीर में मुख्य समारोह शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में होगा और इसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा करेंगे. इसके मद्देनजर ड्रोन, स्राइपर और सादे कपड़ों में पुलिसर्किमयों को निगरानी के लिए तैनात किया गया है.

अधिकारियों के मुताबिक, वाहनों की जांच बढ़ा दी गई है, जबकि शहर और घाटी में कई जगहों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों को भारी संख्या में तैनात किया गया है ताकि समारोह को बाधित करने के आतंकवादियों के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके.
उन्होंने बताया कि घाटी में कई स्थानों पर वाहनों और लोगों की औचक तलाशी ली जा रही है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए स्टेडियम के आसपास की सभी ऊंची इमारतों पर शार्प शूटर तैनात किए गए हैं.

मानव और तकनीकी निगरानी का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि स्वतंत्रता दिवस शांतिपूर्वक गुजर जाए.
श्रीनगर पुलिस ने ट्विटर पर कहा, ‘‘ श्रीनगर शहर के प्रमुख बाजारों में उपद्रवियों, अपराधियों और विध्वंसक तत्वों की तलाश में हवाई निगरानी की जा रही है.’’ उल्फा(आई) और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आॅफ नगालैंड (एनएससीएन) जैसे प्रतिबंधित उग्रवादी समूहों द्वारा स्वतंत्रता दिवस समारोहों का ‘‘बहिष्कार’’ और पूर्वोत्तर के पांच राज्यों में ‘‘पूर्ण बंद’’ का आ’’ान करने के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

अधिकारियों ने बताया कि त्रिपुरा के अगरतला में, संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं, जबकि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए श्वान दस्ते को तैनात किया गया है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समारोह के दौरान शांति सुनिश्चित करने के लिए 856 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

असम में एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि परेड ग्राउंड और अन्य संवेदनशील स्थानों पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ जिलों में, विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के साथ लगने वाली सीमा के पास स्थित जगहों पर उग्रवादियों की गतिविधियों की सूचना मिली है.

अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘कुछ जिलों, विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के साथ लगी सीमा पर उग्रवादियों की गतिविधियों की सूचना प्राप्त हुई है. संबद्ध जिलों के पुलिस अधीक्षकों को राज्य के परेड ग्राउंड के भीतर और बाहर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा गया है.’’ असम में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह गुवाहाटी के खानापारा में वेटरिनेरी कॉलेज के मैदान में आयोजित किया जाएगा.

पंजाब और उत्तर प्रदेश में पुलिस बलों ने स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंकवादी समूहों से जुड़े कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारियां भी की हैं.
उत्तर प्रदेश में पुलिस ने 19 वर्षीय एक व्यक्ति को आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के साथ संबंध रखने और सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

पंजाब पुलिस ने रविवार को दावा किया कि उसने पाकिस्तान की आईएसआई सर्मिथत आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इस अभियान को पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सोमवार को लुधियाना में राज्य स्तरीय समारोह में तिरंगा फहराएंगे, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कड़ी सुरक्षा के बीच पानीपत के समालखा में झंडा फहराएंगे.

कोलकाता में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरे राज्य में हर तरह की तैयारियां की हैं. अधिकारी ने कहा कि कोलकाता में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, खासकर रेड रोड इलाके में, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे. वहीं, एक नौकरशाह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कोविड की स्थिति में सुधार के बाद बंगाल सरकार ने आम लोगों को सोमवार को होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी है.

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