भारत की प्रगति को नयी ऊंचाइयों तक ले जाना नयी पीढ़ी की जिम्मेदारी है : उपराष्ट्रपति नायडू

उदगमंडलम. उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि प्रौद्योगिकी के विकास के साथ ही नयी पीढ़ी की जिम्मेदारी बनती है कि वह भारत द्वारा अब तक की गई प्रगति को ना सिर्फ बनाए रखे बल्कि उसे नयी ऊंचाई तक ले जाए. लवडले के पास लॉरेंस स्कूल में बच्चों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि देश के युवा उसकी तकदीर बदल सकते हैं. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में अग्रणी राष्ट्र बनने की दहलीज पर खड़ा है और यह कहने की जरूरत नहीं है कि छात्रों और देश का भविष्य दोनों आपस में जुड़े हुए हैं.

प्रकृति का संदर्भ देते हुए नायडू ने कहा कि एक पेड़ को फूलने-फलने के लिए ना सिर्फ समय-समय पर खाद-पानी और नये पत्तों की जरूरत होती है बल्कि उसकी जड़ें भी मजबूत होनी चाहिए. नायडू ने कहा, ‘‘जब मैं हमारी प्राचीन भारतीय सभ्यता की बात करता हूं तो मुझे यही उदाहरण और प्रासंगिक लगता है और मैं देख रहा हूं कि आपके स्कूल में इसे लागू किया जा रहा है. इस स्कूल ने अपने 164 साल के समृद्ध इतिहास के साथ आपको परंपराओं और मूल्यों की विरासत दी है जो आपके लिए जड़ों का काम करती हैं.

इसी मजबूत नींव पर आपको अपने स्कूल और उसके साथ-साथ समाज को विकास की नयी ऊचाइयों तक लेकर जाना है.’’ उपराष्ट्रपति ने पड़ोसी राज्य केरल के वायनाड के गांवों में बाढ के दौरान छात्रों द्वारा किए गए सहायता कार्यों की प्रशंसा की. कार्यक्रम में तमिलनाडु के वन मंत्री के रामचंद्रन भी उपस्थित थे.

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