उत्तर कोरिया ने तीन बैलिस्टिक मिसाइलों का किया परीक्षण

सियोल. दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को कम दूरी की मारक क्षमता वाली तीन बैलिस्टिक मिसाइलों का समुद्र की तरफ प्रक्षेपण किया है. यह परीक्षण इस साल हथियारों के प्रदर्शन की श्रृंखला में नवीनतम कड़ी है जो महामारी की शुरुआत के बाद से देश में संक्रमण का पहला मामला सामने आने के कुछ घंटों बाद किया गया है.

यह वायरस के प्रकोप के बावजूद उत्तर कोरिया के अपने शस्त्रागार को बढ़ाने के दृढ़ संकल्प को रेखांकित करता है और देश के नेता किम जोंग उन के लिये समर्थन जुटाने के साथ ही लंबे समय से अटकी परमाणु कूटनीति में विरोधियों पर दबाव डालने का भी काम कर सकता है. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स आॅफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया के राजधानी क्षेत्र से बृहस्पतिवार अपराह्न तीन मिसाइलें देश के पूर्वी तट की तरफ दागी गईं. बयान में कहा गया कि अमेरिका के साथ करीबी समन्वय कायम रखते हुए दक्षिण कोरियाई सेना ने अपनी तैयारी और निगरानी बढ़ा दी है. जापान ने भी उत्तर कोरिया द्वारा परीक्षण किए जाने की जानकारी दी.

जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के कार्यालय के अनुसार, उन्होंने अधिकारियों को प्रक्षेपण का विश्लेषण करने, क्षेत्र में विमानों और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी संभावित आपात स्थिति को लेकर सतर्कता बरतने और तैयार रहने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया. जापानी तट रक्षक ने कहा कि उत्तर कोरिया की एक संभावित बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में माना जाता है कि वह समुद्र में गिरी. उसने जापानी तटों के आसपास के जहाजों से गिरने वाली वस्तुओं पर नजर रखने और अधिकारियों को इसकी सूचना देने का आग्रह किया.

इससे पहले आज दिन में उत्तर कोरिया में संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि करने के बाद देश के नेता किम जोंग-उन ने वायरस का प्रसार रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी पूर्ण लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है. कोविड-19 वैश्विक महामारी फैलने के दो साल से अधिक समय बाद उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि की.

हाल के महीनों में, उत्तर कोरिया ने मिसाइलों के कई परीक्षण किए हैं, जिसे विशेषज्ञ उसके द्वारा हथियारों के आधुनिकीकरण का प्रयास और अमेरिका व उसके सहयोगियों पर उसे परमाणु राज्य के रूप में स्वीकार करने और प्रतिबंधों में ढील देने का दबाव बनाने के तौर पर देखते हैं. कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि बढ़ते वायरस रोधी कदमों के बावजूद, उत्तर कोरिया लोगों का मनोबल बढ़ाने तथा राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की कोशिश के तहत अपने हथियारों के परीक्षण जारी रखेगा.

मंगलवार को नए रूढ़िवादी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल के पद संभालने के बाद आज यह उत्तर कोरिया की तरफ से किया गया पहला परीक्षण था. यून के कार्यालय ने कहा कि उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार किम सुंग-हान प्रक्षेपणों पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाने की योजना बना रहे थे.

उत्तर कोरिया का भविष्य में होने वाली बातचीत में अपना दावा मजबूत करने के लिये सियोल व वांिशगटन में नई सरकार के आने पर इस तरह के परीक्षण किये जाने का इतिहास रहा है. यून जब अगले हफ्ते सियोल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करेंगे तो उत्तर कोरियाई परमाणु खतरा उनके एजेंडे में शीर्ष पर रहने की उम्मीद है. उत्तर कोरिया द्वारा हाल में जिन हथियारों का परीक्षण किया गया है उनमें विभिन्न प्रकार की परमाणु-सक्षम मिसाइलें शामिल हैं जो संभावित रूप से दक्षिण कोरिया, जापान या अमेरिकी मुख्य भूमि तक मार करने में सक्षम हैं.

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