प्रमोद सावंत ने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की, प्रधानमंत्री समारोह में हुए शामिल

पणजी. गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनाव में अपने नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 20 सीट जिताने वाले तीन बार के विधायक प्रमोद सावंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी में दूसरे कार्यकाल के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ ग्रहण की।

गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई ने राजभवन से चार किलोमीटर दूर, राज्य की राजधानी पणजी के निकट बंबोलिम के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित समारोह में सावंत (48) को मुख्यमंत्री के रूप में और आठ अन्य भाजपा विधायकों को कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ दिलाई। इस समारोह में 10,000 से अधिक लोग शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं श्रीपद नाइक, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर (जो गोवा के रहने वाले हैं) और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (जो गोवा चुनाव प्रभारी थे) समेत कई नेता शामिल हुए।

यह दूसरी बार है, जब गोवा के मुख्यमंत्री ने राजभवन के बाहर शपथ ग्रहण की है। इससे पहले, मनोहर र्पिरकर ने 2012 में भाजपा के सदन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद राज्य की राजधानी पणजी के कैम्पल इलाके के एक मैदान में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

सावंत ने कोंकणी भाषा में शपथ ग्रहण की। यह राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल है। वह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर र्पिरकर के निधन के बाद पहली बार मार्च 2019 में मुख्यमंत्री बने थे। सावंत के अलावा समारोह में शपथ लेने वाले अन्य नेताओं में विश्वजीत राणे, मौविन गोडिन्हो, रवि नाइक, नीलेश काबराल, सुभाष शिरोडकर, रोहन खौंटे, गोंिवद गौडे और अतनासियो मोनसेराटे शामिल हैं।

राणे, गोडिन्हो, काबराल और गौडे 2019 से 2022 तक सावंत के नेतृत्व वाली कैबिनेट में शामिल थे, जबकि खौंटे र्पिरकर के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री थे और उन्हें 2019 में कैबिनेट में जगह नहीं मिली थी। पणजी के बाहर स्थित स्टेडियम को इस समारोह के लिए सजाया गया था और कई अतिविशिष्ट व्यक्तियों (वीवीआईपी) की मौजूदगी के कारण परिसर में सुरक्षा के तीन स्तरीय प्रबंध किए गए थे।

प्रधानमंत्री मोदी पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही मंच पर पहुंचे, भीड़ ने उनका जोरदार स्वागत किया। समारोह आरंभ होने से पहले प्रधानमंत्री वास्को में आईएनएस हंसा बेस से हेलीकॉप्टर के जरिए कार्यक्रम स्थल के पास एक हेलीपैड पर पहुंचे। वह कार्यक्रम समाप्त होने के तुरंत बाद अपराह्न साढ़े 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के काले वस्त्र पहनने या काले मास्क पहनने पर प्रतिबंध था। जब भी राज्यपाल ने शपथ ग्रहण के लिए किसी मंत्री का नाम पुकारा , तो वहां मौजूद भाजपा समर्थकों ने हर बार तालियां बजाकर उसका स्वागत किया। जब सावंत शपथ ग्रहण करने के लिए उठे, तो लोगों ने सर्वाधिक तालियां बजाईं।

सावंत (48) उत्तरी गोवा के संखालिम से विधायक हैं। राज्य में 14 फरवरी को हुए चुनाव में पार्टी के 20 सीट जीतने के बाद सावंत को गोवा में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने सावंत और उनकी टीम को बधाई दी। शाह ने ट्वीट किया, ‘‘प्रमोद सावंत और गोवा में शपथ ग्रहण करने वाले सभी नेताओं को बधाई। मुझे भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह टीम गोवा के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने और राज्य को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अथक काम करेगी।’’

खौंटे ने समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार लोगों की इच्छा के अनुरूप काम करेगी और वह राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हाल में संपन्न हुए राज्य के चुनाव में भाजपा ने 20 सीट पर जीत हासिल की, जो 40 सदस्यीय सदन में बहुमत से एक कम है। तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है।

इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ कैबिनेट की नौ सीट भर गई है। गोवा कैबिनेट में मुख्यमंत्री के अलावा 11 और मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। भाजपा की गोवा इकाई के प्रमुख सदानंद शेट तानावडे ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य कैबिनेट में तीन और मंत्री ‘‘एक या दो महीने में’’ शामिल किए जाएंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि गैर भाजपाई विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा या नहीं।

अधिकारियों ने पहले बताया था कि राज्यपाल पिल्लई ने 29 मार्च से नई विधानसभा का दो दिवसीय सत्र बुलाया है और इस दौरान सावंत को विश्वास मत हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विधानसभा का नया अध्यक्ष भी चुना जाएगा। सत्र के दौरान विधेयकों को पारित करने और लेखानुदान सहित कई विधायी कार्यों को पूरा किए जाने की उम्मीद है। भाजपा ने विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए विधायक रमेश तावडकर को खड़ा किया है, जबकि विपक्ष ने कांग्रेस विधायक अलेक्सो सिक्वीरा को नामित किया है।

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