राहुल का पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ना फैसलों में निरंतरता, स्थिरता की कमी दिखाता है: पी जे कुरियन

तिरुवंनतपुरम/कोच्चि. राज्यसभा के पूर्व उप सभापति पी जे कुरियन ने सोमवार को साफ किया कि राहुल गांधी की ‘स्थिरता’ संबंधी उनके बयान का मतलब था कि पार्टी अध्यक्ष बनाये जाने के बाद राहुल ने पद छोड़ दिया जो उनके फैसलों में ‘निरंतरता की कमी’ की ओर इशारा करता है. कुरियन ने कहा कि हालांकि इस पहलू पर उनकी टिप्पणियां और कांग्रेस का अध्यक्ष किसे बनाया जाना चाहिए, इस संबंध में उनके बयान का मीडिया के एक वर्ग ने ‘गलत आशय निकाला’.

कुरियन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में यह भी साफ किया कि उन्होंने एक स्थानीय पत्रिका से जो कहा था, वह पार्टी के जी-23 नेताओं की राय थी और उन्होंने राहुल गांधी पर कोई निजी हमला नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने यह नहीं कहा था कि राहुल में स्थिरता की कमी है.’’ पार्टी अध्यक्ष किसे बनाया जाना चाहिए, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जी-23 के नेता कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल का स्वागत करेंगे बशर्ते वह जिम्मेदारी लेना चाहते हों या यह समूह इस पद के लिहाज से योग्य किसी भी नेता को पार्टी की कमान सौंपने को तैयार होगा भले ही वह गांधी परिवार से नहीं हो.

कुरियन ने कहा, ‘‘लेकिन मैंने कभी यह नहीं कहा कि किसी गैर-गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि जी-23 समूह के नेताओं की पार्टी अध्यक्ष को लेकर राय पर राहुल कोई कदम नहीं उठा रहे या फैसला नहीं ले रहे. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने कहा था कि राहुल केवल अपने बहुत करीबी कुछ लोगों के सुझाव और उनकी सलाह सुनते हैं और वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नहीं सुनते. कुरियन ने यह दावा भी किया कि भाषाई पत्रिका में लेख ‘अनौपचारिक बातचीत’ पर आधारित था और विशुद्ध रूप से साक्षात्कार नहीं था.

केपीसीसी बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाना मुझे पार्टी से बाहर करने के कदम का संकेत : के. वी. थॉमस
केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. वी. थॉमस ने सोमवार को कहा कि केपीसीसी की राजनीतिक मामलों की बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाना उन्हें पार्टी से बाहर किये जाने के कदम का संकेत है. थॉमस हाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 23वें सम्मेलन में भाग लेने के लिये अनुशासनात्मक जांच का सामना कर रहे हैं.

थॉमस ने यहां पत्रकारों से कहा कि 2018 से उन्हें पार्टी से बाहर करने के लिये कदम उठाए जाते रहे हैं और उन्हें आज आयोजित केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) की बैठक में आमंत्रित नहीं किये जाने से यह स्पष्ट हो गया है. कांग्रेस नेता ने कहा, ”मुझे बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया. क्यों? मुझे केवल कारण बताओ नोटिस मिला. (केपीसीसी का) यह रुख एआईसीसी के खिलाफ है, जिसके पास मुझे पार्टी से हटाने की शक्ति है.” यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अब लगता है कि माकपा सम्मेलन में शामिल होने का उनका फैसला सही था तो थॉमस ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 2024 में होने वाले आम चुनाव में अपने दम पर भाजपा से मुकाबला नहीं कर सकती और उसे माकपा जैसी अन्य पार्टियों के साथ जुड़ने की जरूरत है.

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