राजस्थान सरकार ने ऊर्जा परियोजनाओं के लिए कोयला खनन करने को छत्तीसगढ़ से मांगी मदद

जयपुर. बिजली संकट से जूझ रही राजस्थान सरकार ने कोयला खनन जल्द शुरू करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से मदद मांगी है ताकि उसके बिजली संयंत्रों में ईंधन आपूर्ति की जा सके. राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को लिखे एक पत्र में कहा है कि कुछ गैर सरकारी संगठनों की मदद से कुछ स्थानीय लोग राजस्थान को आवंटित कोयला ब्लॉक में खनन कार्य शुरू करने में दिक्कतें पैदा कर रहे हैं.

राजस्थान सरकार के राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के 4,400 मेगावॉट के ताप ऊर्जा संयंत्रों के लिए छत्तीसगढ़ के पारसा ईस्ट कांता बासन (पीईकेबी), पारसा ब्लॉक और केंते एक्स्टेंशन कोयला ब्लॉक से कोयला लिया जाना है. इन तीनों ब्लॉक की सालाना कोयला उत्पादन क्षमता करीब तीन करोड़ टन है.

हालांकि पीईकेबी के पहले चरण में केवल आधा उत्पादन ही हो पाया है जबकि बाकी के दोनों ब्लॉक पारसा तथा केंते एक्सटेंशन से तो उत्पादन शुरू तक नहीं हो पाया है. मुख्य सचिव ने इससे जुड़े मामलों का तत्काल समाधान करने और आवश्यक निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया है.

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