श्रीलंकाई नौसेना ने पाकिस्तान के साथ युद्ध अभ्यास करने की खबरें खारिज कीं

कोलंबो. श्रीलंकाई नौसेना ने उन खबरों को ‘‘भ्रामक’’ करार देते हुए रविवार को खारिज कर दिया कि वह कोलंबो बंदरगाह पर रुके एक पाकिस्तानी युद्धपोत के साथ युद्ध अभ्यास करेगी. श्रीलंकाई नौसेना ने हालांकि इसकी पुष्टि की कि वह पाकिस्तानी युद्धपोत पीएनएस तैमूर के साथ पश्चिमी समुद्र में एक ‘‘पैसेज एक्सरसाइज’’ करेगी जब वह द्वीपीय देश से रवान होगा.

चीन निर्मित पाकिस्तानी पोत कोलंबो बंदरगाह पर शुक्रवार को ऐसे समय रुका जब श्रीलंका सरकार ने एक उच्च तकनीक वाले चीनी अनुसंधान जहाज को ‘‘पुन: पूर्ति उद्देश्यों’’ के लिए 16 अगस्त से 22 अगस्त तक हंबनटोटा के दक्षिणी बंदरगाह का दौरा करने की अनुमति दी है. श्रीलंका ने चीनी पोत को यह अनुमति भारत की ओर से इसको लेकर ंिचता जताये जाने के बावजूद दी है.

पहले श्रीलंका ने भारत की ंिचता के बीच चीन से इस जहाज का आगमन टालने को कहा था. बैलेस्टिक मिसाइल एवं उपग्रह का पता लगाने में सक्षम ‘युआन वांग 5’ नामक यह जहाज पहले बृहस्पतिवार को पहुंचने वाला था और 17 अगस्त तक बंदरगाह पर रूकने वाला था. श्रीलंका ने चीन निर्मित पाकिस्तान के युद्धपोत पीएनएस तैमूर को कोलंबो में रुकने की अनुमति दे दी है. श्रीलंका ने पाकिस्तानी पोत को यह इजाजत बांग्लादेश सरकार द्वारा चटगांव बंदरगाह पर रुकने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद दी.

श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान नौसेना का जहाज (पीएनएस) तैमूर औपचारिक यात्रा पर शुक्रवार को श्रीलंका पहुंचा. उसने कहा कि तैमूर कोलंबो के समुद्र में एसएलएनएस ंिसधुराला के साथ एक ‘पैसेज एक्सरसाइज’ करेगा जब वह अपनी यात्रा पूरी करने के बाद 15 अगस्त को द्वीप से प्रस्थान करेगा. ‘‘पैसेज एक्सरसाइज’’ यह सुनिश्चित करने के लिए दो नौसेनाओं के बीच किया जाने वाला एक अभ्यास होता है कि नौसेना युद्ध या मानवीय राहत के समय संवाद और सहयोग करने में सक्षम हैं.

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इस पृष्ठभूमि में, श्रीलंकाई नौसेना और पाकिस्तानी नौसेना के बीच ‘युद्ध अभ्यास’ के बारे में प्रसारित हो रही कुछ मीडिया खबरें भ्रामक हैं.’’ इसमें कहा गया है कि श्रीलंकाई नौसेना, विदेशी नौसेनाओं की सहमति के साथ, नियमित अभ्यास के रूप में ‘‘पैसेज एक्सरसाइज’’ आयोजित करती है, जब आने वाले नौसैनिक जहाज आधिकारिक ‘‘पोर्ट कॉल’’ के बाद द्वीप से प्रस्थान करते हैं.

‘‘पोर्ट कॉल’’ किसी जहाज या पोत के निर्धारित यात्रा के बीच में सामान उतारने या चढ़ाने या ईंधन लेने के लिए रुकने को कहते हैं.
उसने कहा, ‘‘इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य अंतर-संचालन, साझेदारी और सद्भावना को बढ़ाने के साथ-साथ विदेशी नौसेनाओं के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना होता है.’’ उसने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने पिछले कई मौकों पर भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, रूस और आॅस्ट्रेलिया जैसे देशों की नौसेनाओं के साथ इसी तरह के ‘‘पैसेज एक्सरसाइज’’ किए हैं.

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