दिल का दौरा पड़ने से दो और श्रद्धालुओं की मौत

उत्तरकाशी. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन को आए दो तीर्थयात्रियों की रविवार को ह्रदयाघात से मौत हो गयी जबकि श्रद्धालुओं की मौत के बढते आंकड़ों से अलर्ट मोड में आए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद 25 यात्रियों को जानकी चट्टी से ही लौटा दिया. यमुनोत्री दर्शन के लिए आए पश्चिम बंगाल के कूच विहार जिलके निवासी पुरनेंद्र सरकार (70) का सुबह स्यानाचट्टी में अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया . उन्हें तत्काल बड़कोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

गंगोत्री दर्शन के लिए गुजरात के सूरत से आए एक अन्य तीर्थयात्री प्रमोद भाई (62) की तबीयत गंगनानी में खराब हो गयी जिन्हें तत्काल उत्तरकाशी जिला चिकित्सालय लाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गयी . उनकी मृत्यु का कारण ह्रदयाघात बताया जा रहा है.
ताजा आंकड़ों को मिलाकर उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री धामों के दर्शन को आए अब तक 18 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो चुकी है . साढेÞ 10 हजार फीट से अधिक की उंचाई पर स्थित यमुनोत्री धाम के पैदल रास्ते में ही 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.

मौत के आंकड़ों में लगातार वृद्धि से अलर्ट मोड में आए स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने यात्रा पड़ावों पर तीर्थयात्रियों की स्क्रींिनग शुरू कर दी है, जिसके तहत रक्तचाप, रक्त में शर्करा का स्तर, आॅक्सीजन स्तर की जांच की जा रही है . करीब 25 यात्रियों को स्वास्थ्य जांच के बाद चिकित्सकों की सलाह पर यमुनोत्री के पड़ाव जानकीचट्टी से ही वापस लौटा दिया गया.

इस संबंध में उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ केएस चौहान बताया कि तीर्थयात्रियों की यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग पर दोबाटा बड़कोट, जानकीचटटी तथा गंगोत्री धाम यात्रा मार्ग पर हीना में स्क्रींिनग की जा रही है तथा उनकी बीमारी के बारे में भी जानकारी ली जा रही है. उन्होंने बताया कि शनिवार तक 1442 लोगों की स्क्रींिनग की जा चुकी है जिनमें से 25 चिकित्सकों की सलाह पर जानकी चट्टी से ही वापस रवाना हो गये.

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