आतंकवादी संगठन के सदस्यों को धन मुहैया कराने वाले भोपाल के दो लोग जांच के दायरे में : मिश्रा

भोपाल. मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को कहा कि तीन दिन पहले भोपाल से गिरफ्तार किये गये प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार संदिग्ध सदस्यों को धन और अन्य सहायता मुहैया कराने वाले दो स्थानीय लोगों की भी जांच की जा रही है.

मिश्रा ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘भोपाल से पकड़े गये जेएमबी के चार संदिग्धों के तार कोलकाता से जुड़ रहे हैं. इसकी जांच के लिए हमारी पुलिस आज ही कोलकाता रवाना हो रही है. वहां जाकर जो भी तार (संपर्क) जहां तक फैले हुए हैं, उनका पता लगाएगी.’’ उन्होंने बताया कि संदिग्धों के पास से एक वीडियो भी मिला है जिसमें पेट्रोल बम बनाने का तरीका बताया गया है.

मिश्रा ने बताया, ‘‘गिरफ्तार किये गये इन संदिग्धों को धन एवं अन्य दूसरी सहायता पहुंचा रहे दो स्थानीय लोगों की भी जांच की जा रही है. इन दोनों को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया था.’’ मिश्रा ने एक दिन पहले कहा था कि रविवार को भोपाल से आतंकी संगठन जेएमबी के चार संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी, जिनमें फजहर अली उर्फ महमूद, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद, जहरुद्दीन उर्फ इब्राहिम और फजर जैनुल अबादीन उर्फ अकरम शामिल हैं. वर्तमान में ये चारों 14 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं. इनमें से

तीन लोगों ने स्वीकार किया है कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं. उन्होंने बताया कि चारों आरोपियों के कब्जे से जिहादी साहित्य और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन लोगों को ऐशबाग थाना क्षेत्र और एक अन्य इलाके से रविवार को गिरफ्तार किया गया. 2018 में बिहार के बोधगया में हुए बम विस्फोट में संलिप्तता साबित होने पर जेएमबी को 2019 में भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया.

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