उदयपुर: ताजिये में लगी आग को बुझाने के लिए आगे आए हिंदू परिवार

यह इलाका दर्जी कन्हैयालाल साहू की दुकान के नजदीक है जहां दो मुस्लिम युवकों ने उसकी निर्मम हत्या कर दी थी

उदयपुर. उदयपुर के हाथी पोल इलाके के मोचीवाड़ा गली में मंगलवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान ताजिये के ऊपरी हिस्से में आग लग गई. गली में रह रहे हिंदू परिवारों ने फौरन आग पर काबू पाकर सांप्रदायिक सद्भाव का एक उदाहरण पेश किया. अधिकारियों ने बुधवार को घटना की पुष्टि की. यह इलाका दर्जी कन्हैयालाल की दुकान के नजदीक है जहां करीब एक महीने पहले दो लोगों ने उसकी चाकू से हमला कर निर्मम हत्या कर दी थी.

अधिकारियों ने बताया कि पलटन मस्जिद के आखिरी ताजियों का जुलूस शहर के हाथीपोल इलाके में संकरी गलियों से गुजर रहा था. तभी 25 फुट ऊंचे एक ताजिये के ऊपरी हिस्से में मामूली आग लग गई. गली की तीसरी चौथी मंजिल पर रहने वाले हिन्दू परिवारों ने जैसे ही आग देखी उन्होंने ऊपर से पानी डालकर आग बुझाई.

पुल­सि वृत्ताधिकारी (पूर्व) और उपाधीक्षक शिप्रा राजावत ने बताया क­ िमोचीवाड़ा की ज­सि गली से ताजिये गुजर रहे थे वह बहुत संकरी थी और यदि समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था. उन्होंने बताया कि आग सबसे पीछे चल रहे 25 फीट ऊंचे ताजिये में लगी और और आगे चल रहे ताजिये के लोग नमाज अदा कर रहे थे.

उन्होंने बताया कि ताजिये में आग के लगते ही गली के दोनों ओर से बालकनी और छतों से हिन्दुओं ने बाल्टियों से पानी डालना शुरू कर दिया जिससे आग बुझ गई. पुलिस के अनुसार आशीष चौवाड़िया व राजकुमार सोलंकी और उनके परिजनों ने बालकनी व छत से पानी डालकर आग बुझाई.

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर मौजूद रही राजावत ने बताया कि आग संभवत: शार्ट र्सिकट या अगरबत्ती के कारण लगी थी. उन्होंने बताया कि हिन्दुओं द्वारा आग बुझाने पर नीचे ताजिये के साथ मौजूद मुसलमानों ने उनका ताली बजाकर शुक्रिया अदा किया. उन्होंने बताया कि मोचीवाड़ा, उस इलाके से थोड़ी ही दूरी पर है जहां पिछले दिनों (28 जून को) दर्जी कन्हैयालाल की दो लोगों ने हत्या की थी. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि ‘‘उन्होंने मिलकर ताजिये की आग को बुझाया. इससे ना सिर्फ एक हादसा टल गया बल्कि यह सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी बन गयी .’’

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