….. जब मंटूराम ने मुख्यमंत्री को बताया कि पत्नी संग रातभर करता हूं गोबर की चौकीदारी

रायपुर. गोबर की चौकीदारी . जी हां, सुनने में अटपटा जरूर लगेगा लेकिन ये सच है . छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू में रहने वाले किसान मंटू राम कश्यप गोबर की चौकीदारी करते हैं , और ये बात मंटूराम ने स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बतायी . मौका था बीजापुर जिले के कुटरू में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम का .

मुख्यमंत्री को मंटूराम ने बताया कि मैं रात में टॉर्च लगा कर गोबर की चौकीदारी करता हूं , और इस काम मे मेरी पत्नी भी मेरा साथ देती हैं . उन्होंने बताया कि वे छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचते हैं . मंटूराम ने बताया कि अब तक उन्होंने लगभग 14 हजार किलो गोबर करीब 28 हजार रु में बेचा है . बकौल मंटूराम पहले गोबर को कोई नहीं पूछता था लेकिन अब हर किसी की नजर गोबर पर लगी रहती है . कुछ दिन पहले उनके इकठ्ठे किये गोबर को गांव के कुछ लोग उठा ले गए थे . इसके बाद उन्होंने तय किया कि पत्नी के साथ रात में गोबर की निगरानी करेंगे .

पत्नी के साथ शिफ्ट में चौकीदारी – मंटूराम गोबर की चौकीदारी रातभर करते हैं . उनके इस काम मे उनकी पत्नी भी साथ देती हैं . वे कहते हैं कि रातभर जागना संभव नहीं है . इसलिए वे और उनकी पत्नी दो शिफ्ट में गोबर की देखरेख करते हैं . रात में कुछ देर मैं फिर मेरी पत्नी टॉर्च लेकर गोबर की निगरानी करते हैं .

आखिर क्यों पड़ी चौकीदारी की जरूरत– मंटूराम बताते हैं कि रात में टॉर्च लेकर वे कई बार देखने जाते हैं कि गोबर कोई ले तो नहीं गया . वे कहते हैं कि जब से गोबर की कीमत मिलने लगी है, तब से गोबर सहेजकर रखना पड़ता है . एक दिन इकठ्टा किया हुआ गोबर कुछ लोग चुपचाप उठा ले गए . इसके बाद से गोबर की निगरानी करने लगा .

गोधन न्याय योजना से मिले रुपयों से रिपेयर कराया मकान – मंटुराम कश्यप ने बताया कि उनके पास 15 गाय- भैंसे हैं . अब तक गोधन न्याय योजना से गोबर बेचकर करीब 28 हजार रुपये मिले हैं . उन्होंने बताया कि उनके मकान से पानी टपकता था . जिसे बहुत दिन से रिपेयर कराना चाहते थे . गोबर बेचकर मिले पैसे से उन्होंने मकान रिपेयर करा लिया है . मकान में प्लास्टर भी करा लिया है . अब छत से पानी टपकने की समस्या भी खत्म हो गयी है .

Back to top button